पूरे भारत मे कॉमन डिश जो हर घर मे बनती है। जिहा Dal chawal(दाल चावल) का मिश्रण ही यह डिश को टेस्टी ओर प्रोटीन युक्त बनाती है।
भारत मे सबकी पसन्दी दार डिश दाल-चावल है, जो आसानी से बनाई भी जाति है और पाचन में भी सबसे पहले होता है। दाल-चावल का मिश्रण प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में मिलता है।
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दाल
● दाल में रहने वाले पोषकतत्व में सबसे ज्यादा प्रोटीन, विटामिन,कैल्शियम, आयर्न, के साथ साथ फाइबर भी पाया जाता है। भारत मे दाल की कई अलग-अलग वेरायटीज मिल जाएगी, वह भी अलग अलग नाम के साथ। अगर कोई रात में चावल का सेवन नही करना चाहता है वह दाल का सांभर जिसमे कई प्रकार की सब्जी का उपयोग कर के दाल का न्यूट्रिशन वैल्यू बढ़ा सकता है।
चावल
● चावल में पोषकतत्व पोटेशियम,मैग्नेशियम,विटामिनB6, आयर्न,विटामिन-D, विटामिन-B12,केल्शियम, पाये जाते है। चावल पचने पेट को ठंडा, फाइबरयुक्त, तैलीय और जल्द पचने वाला, तथा वात और कफ को बढ़ाने वाला होता है।
● पित को शांत करता है। मांश और पेशाब को बढ़ाता है।
दाल-चावल का मिश्रण परफेक्ट:
● दाल चावल भारत के रशोई घर मे ही नही बल्कि कोई भी छोटी-मोटी पार्टी, किटी पार्टी,शादी,या कोई भी पूजा करते समय दाल चावल तो पक्का ही बनाया जाता है। दाल चावल का मिश्रण में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी6,बी12, के साथ जरूरी विटामिन होते है। रोटी से भी कम मात्रा में चावल में कार्बोहाइड्रेट होता है इसलिए पचाने में आसान होता है।
● सिर्फ आप दाल-चावल का सेवन करने से आपके शरीर को न्यूट्रिशन मिल जाता है।
● दाल के फायदे नुकसान और चावल के फ़ायदे नुकसान जानेंगे।
दाल के फ़ायदे:
● दाल में कोलेस्ट्रोल नही पाया जाता है! १) दाल में पाए जाने वाले डाइट्री फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाते है। इससे कब्ज की समस्या नही होती है।
२) अच्छी सेहत के लिए दाल का सेवन खाने की सलाह दी जाती है। दाल में मौजूद मैग्नेशियम और फोलेट हार्ट की सेहत का खयाल रखते है।
३) एक कटोरी दाल में 18 ग्राम प्रोटीन होता है। ये प्रोटीन का बेहतर स्रोत है।
४) पर डे आप एक कटोरी दाल का सेवन करते है तो आपको आयर्न की जरूरी मात्रा की पूर्ति होती है। आयर्न हमारे शरीर के लिए आवश्यक तत्व है। औरतो को आयर्न की खासतौर पर उपयोगी साबित होती है। ऐसे में औरतो को दाल को डाइट में शामिल करना चाहिए।
५) दाल में भरपूर मात्रा में आयरन, जिंक, मैग्नेशियम पाया जाता है। इसकी मौजूदगी से कई प्रकार के रोगों से सुरक्षा होती है।
●दाल से नुकसान
१) दाल से गैस की समस्या, साथ साथ पेट से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती है।
२) दाल का ज्यादा सेवन करने से सीधा असर आपके गुर्दे पर होता है। आपके गुर्दे में पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है।
नोद- दाल का सेवन फायदेमंद है। अगर आप मूंग ओर मसूर की दाल से सेहत और पेट के लिए लिए हमेशा हेल्दी रहते है। मूंग-मसूर की मिक्स दाल को आपके किसी भी मौसम में आहार में ले सकते है। मिक्स दाल पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। बारिश के लिए मौसम में हमारा पाचन तंत्र काफी कमजोर हो जाता है। जल्दी से कोई भी आहार पाचन नही होता है। ऐसे में मूंग-मसूर की मिक्स दाल बहोत ही उपयोगी होती है।
आयुर्वेद में गर्मियों के दिनों में ठंडी तासीर वाली चीजें और शर्दियों में गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। अगर आप इन दलों को मौसम के अनुसार अलग-अलग बना सकते है।
~मूंग की तासीर ठंडी होती है।
~मसूर की तासीर गर्म होती है।
इसलिए मौसून(बारिश) सीजन में इन दोनों दालों को मिलाकर आहार में सेवन करने की सलाह दी जाती है।
रुमाली रोटी
चावल के फ़ायदे:
१) चावल का सेवन प्रतिदिन आहार में उपयोग करने से कार्बोहाइड्रेट ओर विटामिन -B की आपूर्ति करता है। चावल को दाल के साथ सेवन करने से फायदेमंद होता है।
२) डायरिया या अपच होने से चावल का सेवन करने से पेट को आराम मिलता है। चावल आसानी से पच जाता है।
३) गर्भनिरोधक के तौर पर भी चावल का पानी उपयोग किया जाता है। अगर महिला गर्भ निरोधक का प्रयोग नही करना चाहती,तो चावल के धुले पानी मे चावल के पौधे की जड़ पीसकर छाल ले,इसमे शहद मिलाकर पिएं, यह एक सुरक्षित गर्भनिरोधक उपाय है।
४) पेट मे कृमि होने के पर चावल का पानी का उपयोग किया जाता है। इसके लिए चावल को भुनने के बाद पानी मे भिगोया जाता है,और सुबह में पानी पीने से कीड़े मर जाते है।
५) चहरे पर जरिया के लिए सबसे कारगर उपाय चावल का पानी है। चावल के पानी से प्रतिदिन चेहरा घोने या चेहरे पर लगाने से चेहरे की झरिया दूर हो जाती है।
६)चावल में आप बिन्स और दाल का उपयोग करते है तो शरीर मे पोषण युक्त प्रोटीन की आपूर्ति करता है। इसलिए चावल को दाल के साथ या खिचड़ी के रूप में सेवन किया जाता है।
७) हालांकि चावल को अनाजो की तुलना में भी पोषक तत्व बहुत कम मात्रा पाए जाते है। अतः इसका आत्यधिक सेवन आपके शरीर को खास लाभ नही पहुँचता।
८) डायबिटीज के रोगी के लिए चावल नुकसानदयाक साबित हो सकता है। अतः ऐसे रोगी को चावल का सेवन नही करना चाहिए। इसके अलावा अस्थमा के रोगी को भी चावल का सेवन परहेज़ करना चाहिए।
चावल से नुकसान
१) डायबिटीज और पथरी के रोगी को चावल का सवेन नही करना चाहिए।
२) चावल खून में रक्तशर्करा को नियंत्रित करता है। लेकिन डायबिटीज के मरीज को चावल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। उन्हें सिर्फ लाल चावल ही आहार में उपयोग करना चाहिए।
३) डायबिटीज के रोगी को सफेद चावल का सेवन नही करना चाहिए।
४) चावल का सेवन करने से पर्याप्त पोषण मिलता है। इसलिए मोटापे को नियंत्रित करने में सहयोगी होता है। लेकिन इसके अधिक सेवन से मोटापा बढ़ भी सकता है।
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